प्रेसिडेंसी स्कूल अजमेर के विद्यार्थी बनेंगे कल के “वर्ल्ड लीडर" -रोशन भारत न्यूजबस की भी सुविधा उपलब्ध है।

-रोशन भारत न्यूजबस की भी सुविधा उपलब्ध है। दनिया तेजी के बदलाव की और अग्रसर है। शिक्षा उद्देश्य पर अडिग ही मनुष्य के जीवन का आधार है और इसी से हर बच्चा अलग होता है और सभी में अपनी व्यक्ति का सर्वांगीण अलग-अलग प्रतिभाएं विकास संभव है। स्कूल ही छिपी होती हैं। इन वह संस्थान है जहां पर प्रतिभाओं को निखार कर बच्चों के बेहतर भविष्य उन्हें उज्वल भविष्य प्रदान की नींव रखी जाती है। यही करना ही स्कूल का मूल वजह है कि आपका बच्चा उद्देश्य है। जिस स्कूल से शिक्षा ग्रहण स्कूल की डायरेक्टर गरिमा करता है उसका भरोसेमद होना बहुत जरूरी है। इस सिंघवी कहती हैं कि कुछ लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कड़ी में अजमेर-गेगल में जो स्कूल शिक्षा के तमाम करते हुए ही स्कल की स्थापना हुई थी। उन लक्ष्यों मानदंडों पर खड़ा उतरता दिखता है उनमें से एक है की प्राप्ति के लिए पर हमारी पूरी टीम अपना भरपूर प्रेसिडेंसी स्कूल। शिक्षा की गुणवत्ता से किसी तरह योगदान दे रही है। हमारे लक्ष्यों में कुछ महत्वपूर्ण का समझौता ना करना पड़े इसे ध्यान में रखते हुए बिन्द यह है:स्कूल में उच्च स्तर की फैकल्टी को प्राथमिकता दी 1. पढाई के माध्यम से छात्रों में आत्मविश्वास को गई है। तभी तो यह स्कल अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा जागत कर पाठयक्रम व जीवन से जुड़ी विविध प्रदान करने में सक्षम है। स्कूल के चेयरमैन विषयों की शिक्षा प्रदान करना। गजेंद्रसिंह सिंघवी और डायरेक्टर गरिमा सिंघवी 2. विद्यार्थियों में समाज, राष्ट्र और विश्व स्तर पर शिक्षा जगत में उच्चतम आदर्श स्थापित करते देखे बुलंदियों को छूने का जज्बा तैयार करनाजाते है3. विद्यार्थियों में शैक्षिक, बौद्धिक, शारीरिक, कैंपस की आधारभूत सुविधाएं सामाजिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक सभी वर्ष 2011 में निर्मित इस स्कूल में कक्षा 12वीं तक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की क्षमता विकसित पढ़ाई होती है। 30 एकड़ जमीन पर बना यह स्कूल करनाउच्च कोटि की शिक्षा प्रदान करने में अव्वल है। 4. छात्रों में संवेदनशीलता, करूणा, टीम वर्क हो या स्कूल की भव्यता के साथ-साथ इसके सेल्फमोटिवेशन इन सभी गुणों को प्रदान करना अत्याधुनिक परिसर तमाम आधारभूत सुविधाओं और कम्युनिटी के प्रति जिम्मेदारी लेने की भावना से युक्त है। विश्व स्तरीय स्मार्ट क्लास रूम जिनमें को प्रेरित करनावीडियो, वेबसाइट्स व प्रेजेंटेशन को भी महत्व परिणाम और उपलब्धियां दिया जाता है। मनोरंजन के लिए विशाल मैदान के पिछले वर्ष की बात करें तो इस स्कूल के 36 अलावा विभिन्न तरह के खेलों की अच्छी ट्रेनिंग भी पतिशत बच्चे सीबीएसई की परीक्षा में 90 प्रतिशत यहां दी जाती है। स्कूल में ई-लर्निंग की भी व्यवस्था से अधिक अंकों के साथ उत्तीर्ण हुए है। यहां शिक्षक हैप्रेसीडेंसी स्कूल का आकर्षक साइंस लैब तमाम व बच्चों का अनुपात 1:15 है जो कि श्रेष्ठ है। नवीनतम उपकरणों से भरा है। इसके म्यूजिक एंड इसके 65 विद्यार्थी जो कि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय डांस स्टूडियो हो या आर्ट एंड क्राफ्ट स्टूडियो दोनों प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुके है। ही बच्चों को खूब भाते है। इसके अलावा यहां पाठयक्रम के साथ चलने वाले 26 अन्य काउंसलिंग सेंटर, लैंग्वेज प्रयोगशाला, मल्टीपर्पज एक्टिविटीज की व्यवस्था के अलावे यहां 150 हॉल भी है। प्री-प्राइमरी के बच्चों के मुख्य आकर्षण सीटों वाला आर्ट कैफे भी है। पढ़ाई के साथ-साथ का केंद्र उनके मनोरंजन के लिए बना खूबसूरत यहां बच्चों के मनोरंजन के लिए विभिन्न तरह के कमरा है, जहां वे खूब मस्ती करते है। इसके कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। आने डायनिंग हॉल में बच्चों के लिए स्वादिष्ट व पौष्टिक वाले दिनों में अजमेर के बच्चे विश्व स्तर पर सितारे भोजन मुहैया कराया जाता है। स्वच्छ पेयजल के बन चमकेंगे। इस पुनीत काम में प्रेसिडेंसी स्कूल ने अलावा 24 घंटे बिजली की व्यवस्था रहती है। खुद को झोंक रखा है। बच्चों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए यहां स्कूल


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स्थ्य संगठन की 429 नेत्र रोगियों की जांच,40 उम्र के बाद नेत्र जांचजरूरी मदनगंज-किशनगढ़। विश्व स्वास्थ्य संगठन कीस्थ्य संगठन की Spoleag at your मदनगंज-किशनगढ़। विश्व स्वास्थ्य संगठन की और से विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के तहत राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय में 429 नेत्र रोगियों की जांच की गई। जिनमें से चयनित 36 मरीजों को जेएलएन कॉलेज अजमेर इलाज हेतु भेजा गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि नेवला ने बताया कि 8 से 14 मार्च तक आयोजित ग्लूकोमा सप्ताह के तहत मरीजों को ग्लूकोमा के कारण, लक्षण, दुष्प्रभाव व बचाव की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि 40 वर्ष की आयु के बाद प्रतिवर्ष सभी को नेत्र जांच करवानी चाहिए। ग्लूकोमा सप्ताह के समापन पर पीएमओ डॉ. अशोक जैन, नेत्र सहायक लक्ष्मी चौधरी, योगेश, डॉ. के. के. तनवानी, डॉ. सुरेन्द्र, डॉ. विनोद गोयल, डॉ. राजकुमार जैन, डॉ. सुनील बैरवा, डॉ. मनीष जाखड़, डॉ. कपिल, डॉ. अमित के साथ ही राजीव जैथलिया, कीर्ति, महेश, यशवंत सहित अनेक चिकित्साकर्मी मौजूद थे।
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